उत्तर बस्तर कांकेर। बस्तर के संस्कृति संरक्षण हेतु राज्य शासन द्वारा ‘‘बस्तर पण्डुम’’ का आयोजन बस्तर संभाग के सभी जिलों में किया जा रहा है। ...
उत्तर बस्तर कांकेर। बस्तर के संस्कृति संरक्षण हेतु राज्य शासन द्वारा ‘‘बस्तर पण्डुम’’ का आयोजन बस्तर संभाग के सभी जिलों में किया जा रहा है। इसके विकासखण्ड एवं जिला स्तरीय प्रतियोगिता की रूपरेखा तैयार कर कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशानुसार जिला पंचायत के सीईओ एवं नोडल अधिकारी हरेश मण्डावी ने जिला व जनपद स्तरीय अधिकारीगण एवं आदिवासी समाज प्रमुखों के साथ बैठक लेकर विस्तृत चर्चा की।
जिला पंचायत के सभाकक्ष में रविवार 17 मार्च को आहूत बैठक में उन्होंने बताया कि 18 मार्च से जिले के विकासखंडो में विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जो कि मुख्य रूप से 07 विधाएं जैसे- जनजातीय नृत्य, जनजातीय गीत, जनजातीय नाट्य, जनजातीय वाद्ययंत्रो का प्रदर्शन, जनजातीय वेशभूषा व आभूषण का प्रदर्शन, जनजातीय कला एवं गोदना का प्रदर्शन तथा जनजातीय पेय पदार्थ एवं व्यंजन का प्रदर्शन पर केन्द्रित होगा। प्रतियोगिता विकासखंड के उपरांत जिला स्तर पर आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रत्येक विधा की 8-8 टीम चयनित होकर अर्थात कुल 56 टीम संभाग स्तर के अंतिम चरण में प्रवेश करेगी। इसके अलावा आगामी 26 मार्च को इसका जिला स्तरीय आयोजन ग्राम सिंगारभाट में किया जाएगा। बैठक में आदिवासी समाज के प्रमुखजनों से आवश्यक सहयोग व समन्वय करने की अपील सीईओ मंडावी ने की। इस अवसर पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शाखा जया मनु, उप संचालक पंचायत कमल सिदार, जनपद पंचायत कांकेर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी यादव, आदिवासी समाज से समाज प्रमुख एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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