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एकलव्य विद्यालय बंजा में आरबीएसके टीम और पिरामल फाऊंडेशन द्वारा हेल्थ कैम्प

सूरजपुर। भैयाथान शिक्षा सत्र प्रारंभ हो चुका है शाला प्रवेश उत्सव का भी आयोजन कर नवीन विद्यार्थियों का स्वागत अभिनन्दन किया जा रहा है। शिक्ष...

सूरजपुर। भैयाथान शिक्षा सत्र प्रारंभ हो चुका है शाला प्रवेश उत्सव का भी आयोजन कर नवीन विद्यार्थियों का स्वागत अभिनन्दन किया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार की बहुमुखी योजना आदर्श एकलव्य विद्यालय की व्यवस्था अन्य विद्यालयों की तुलना में प्रशंसनीय और उल्लेखनीय रहता है। विशेष रूप से आदिवासी बच्चों का बहुआयामी विकास को देखते हुए इस विद्यालय का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

भैयाथान ब्लॉक के बंजा का एकलव्य विद्यालय की व्यवस्था और प्रबंधन की तारीफ सभी लोग करते हैं। प्राचार्य बृजेश कुमार चौबे के द्वारा प्रतिदिन विद्यालय के हर कोने का स्वयं निरिक्षण करना और विद्यार्थीयों के स्वास्थ्य का ख्याल रखना उनकी दिनचर्या बन गई है।  जिस कारण विद्यार्थी भी उनको अपना अभिभावक मानकर अपनी हर समस्या बताते हैं। पिरामल फाऊंडेशन वर्ष में दो बार टीबी जागरूकता कार्यक्रम इस विद्यालय में करता है।

विद्यालय परिवार इस कार्यक्रम में भरपूर सहयोग करता है। इस बार आरबीएसके टीम के साथ टीबी जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर एस सिंह और डीपीएम डॉ प्रिंस जायसवाल का भी फोकस विद्यार्थीयों का स्वास्थ्य पर रहता है। आयोजन की सबसे खास बातें यह रही कि विद्यार्थीयों ने पिछले कार्यशाला की बातें याद रखा। प्रश्नोत्तरी के क्रम में विद्यार्थियों ने सभी प्रश्नों का उतर सही और सटीक बताया। डॉ योगेश खरे ने कहा कि व्यक्ति का स्वास्थ्य धन है। स्वास्थ्य मन और स्वास्थ्य काया रहने पर व्यक्ति हर कार्य को भली-भांति कर लेता है। पिरामल फाऊंडेशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी ने कहा कि टीबी के संक्रमण से बचने के लिए आपने साथी का ख्याल रखना अति आवश्यक है।

हम जिसके साथ ज्यादा समय बिताते हैं उन्हें यदि दो सप्ताह से अधिक दिनों तक खांसी है तो अपने मित्र को बलगम जांच का सलाह दे। पल्मोनरी इंफेक्शन से टीबी होने का चांस ज्यादा रहता है। टीबी हवा के माध्यम से फैलती है। स्वास्थ्य और पोषण पर हमेशा ध्यान देना चाहिए। नशा सेवन से जितना दूर रहोगे उतना ही जीवन सुखमय रहेगा। शाला शिक्षक पूरण सुधाकर ने स्वयं अपना उदाहरण देते हुए बताया कि स्वास्थ्य रहने के लिए व्यक्ति का दिनचर्या सबसे महत्वपूर्ण है। समय पर सोना समय पर जगना और समय पर खाना खाने से संतुलित शारीरिक और मानसिक विकास होता है। हर व्यक्ति को इसका ध्यान रखना चाहिए।


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