रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए लोकसभा चुनावों के परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी और देर शाम तक चलने की संभावना ह...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए लोकसभा चुनावों के परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी और देर शाम तक चलने की संभावना है। इस दौरान जिन सीटों के वोटों की गिनती एक से अधिक जिलों में होगी उसे लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है कि वोटों का फाइनल डेटा कैसे कंपाइल किया जाएगा। नतीजों की घोषणा किस जिले में की जाएगी। भास्कर पहली बार इसकी जानकारी पाठकों तक पहुंचा रहा है।
दरअसल चुनाव आयोग के मुताबिक लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती प्रदेश के 33 जिलों के 90 विधानसभा क्षेत्रों में होगी। इसके बावजूद 11 लोकसभा सीटों के लिए 11 रिटर्निंग अफसर ही नियुक्त किए गए हैं। ये अफसर 11 जिलों से अन्य जिलों में होने वाली वोटों की गिनती पर नजर रखेंगे। इसी तरह 90 विधानसभा के लिए 90 असिस्टेंट रिटर्निंग अफसर तैनात किए गए हैं, जो आरआे के निर्देशन में मतगणना कराएंगे।
अफसरों का दावा है कि मतगणना सिस्टम फुलप्रूफ है। मतदान खत्म होने के बाद पीठासीन अधिकारी प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंटों को फार्म 17-सी उपलब्ध कराते हैं। इसमें संबंधित बूथ पर वोटरों की संख्या और मतदान करने वाले वोटरों की संख्या का उल्लेख रहता है। इसकी एक कॉपी स्ट्रांग रूम में रखी जाती है। वोटों की गिनती के वक्त इसे टेबल पर रखा जाता है। यही फार्म 17-सी उम्मीदवारों को भी मतगणना के दौरान दिया जाता है। जिसमें प्रत्याशियों को मिले वोटों का जिक्र रहता है।
किसी लोकसभा सीट के वोटों की गिनती एक से अधिक जिलों में की जा रही है तो इसका लेखा-जोखा चुनाव आयोग के इनेबलिंग कम्युनिकेशंस ऑन रियल-टाइम एनवायरमेंट यानी एनकोर साफ्टवेयर पर रखा जाएगा। हर राउंड में गिने जाने वाले वोटों की संख्या इस साफ्टवेयर पर अपलोड की जाएगी। यह काम एआरओ करेंगे। इसमें केंद्रीय चुनाव आयोग के आर्ब्जवर के भी हस्ताक्षर रहेंगे। हर राउंड के अपलोड वोटों की संख्या आरओ अपने जिले में साफ्टवेयर पर देख सकेंगे। दो या तीन जितने भी जिलों में गिनती की जा रही है उसके पूरा हो जाने के बाद आरओ सभी राउंड व सभी जिलों के वोटों का डेटा कंपाइल करेगा। इसके बाद ही वह संबंधित सीट से जीतने वाले उम्मीदवार की घोषणा करेगा।
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