29 जुलाई 2023 । बीजेपी ने मिशन 2024 के लिए राष्ट्रीय टीम का ऐलान कर दिया है।भाजपा की ओर से जारी सूची में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुं...
29 जुलाई 2023।
बीजेपी ने मिशन 2024 के लिए राष्ट्रीय टीम का ऐलान कर दिया है।भाजपा की ओर से जारी सूची में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास और सौदान सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके अलावा कैलाश विजयवर्गीय, अरुण सिंह और तरुण चुग को महामंत्री बनाया गया है |
भारतीय जनता पार्टी ने अपने केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची जारी कर दी है। इसमें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कई समीकरणों का ध्यान रखा गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की नई टीम में 13 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आठ राष्ट्रीय महामंत्री, एक राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन), एक राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री, एक कोषाध्यक्ष, एक सह-कोषाध्यक्ष और 13 राष्ट्रीय सचिव के नामों का एलान किया गया है। हालांकि, नई सूची में ज्यादातर पदाधिकारियों को उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव के पद पर बरकरार रखा गया है |
भाजपा की ओर से जारी सूची में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास और सौदान सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके अलावा कैलाश विजयवर्गीय, अरुण सिंह और तरुण चुग को महामंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही बीएल संतोष को राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन), शिवप्रकाश (लखनऊ) को राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री, राजेश अग्रवाल (उत्तर प्रदेश) को कोषाध्यक्ष और नरेश बंसल (उत्तराखंड) को सह-कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है |
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा ने अपनी नई टीम घोषित कर दी है। इसमें मध्य प्रदेश से तीन नेताओं की जगह कायम है। मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता को सह-कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है। विजयवर्गीय लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त हुए हैं। डिंडौरी जिले से पूर्व विधायक ओमप्रकाश धुर्वे भी सचिव पद पर बने हुए हैं |
कैलाश विजयवर्गीय के सिर हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत का सेहरा बंधा था। तब से उन्हें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की टीम का हिस्सा माना जा रहा है। उसके बाद पश्चिम बंगाल जैसे महत्वपूर्ण राज्य की जिम्मेदारी भी उन्हें दी गई थी। भले ही भाजपा बंगाल में सरकार नहीं बना सकी, लेकिन प्रमुख विपक्षी पार्टी बनकर चौंकाया जरूर। इसके बाद कयास लग रहे थे कि कैलाश विजयवर्गीय का प्रभाव कम होगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। उन्हें पार्टी ने न केवल राष्ट्रीय महासचिव बनाए रखा, बल्कि मध्य प्रदेश चुनावों में अहम जिम्मेदारी दी गई है।
पार्टी ने उन्हें इस साल होने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की पॉलिटिकल विंग की कमान सौंपी थी। अब उन्हें फिर नई टीम में राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी देकर संगठन में उनकी पूछ-परख कम होने की अटकलों को विराम लगा दिया है। विजयवर्गीय को चुनावी मैनेजमेंट का माहिर माना जाता है। मध्य प्रदेश के मालवा- निमाड़ में उनकी गहरी पकड़ है, जहां पार्टी का पूरा फोकस बना हुआ है |
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