Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

//

Breaking :

latest
//

अम्बिकापुर में जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने रस्साकस्सी में जोर आजमाइश कर किया प्रतियोगिता का शुभारंभ

अंबिकापुर:जिला स्तरीय ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन गुरुवार को राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बिकापुर स्थित हॉकी मैदान म...



अंबिकापुर:जिला स्तरीय ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन गुरुवार को राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बिकापुर स्थित हॉकी मैदान में हुआ। उद्घाटन समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व  राज्य गीत के साथ किया गया। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के द्वारा रस्साकस्सी में जोर आजमाईश कर प्रतियोगिता की शुरुआत किया गया। इसके पूर्व बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल ने निष्ठा, ईमानदारी, समर्पण व खेल भावना के साथ खेलने की शपथ खिलाड़ियों को दिलाया और खेल प्रतियोगिता विधिवत प्रारंभ करने की घोषणा की। तीन दिवसीय जिला स्तरीय प्रतियोगिता में जिले के 7 विकासखण्ड के 1299 खिलाड़ी विभिन्न पारंपरिक खेल विधाओं में प्रतिभा दिखाएंगे। जिला स्तर पर चयन होकर करीब 282 खिलाड़ी संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। 

    बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष  अजय अग्रवाल ने कहा कि  मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने तथा ग्रामीण प्रतिभा को आगे बढ़ने का मौका देने के लिये छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल की शुरुआत प्रदेश में किया है। आधुनिकता की दौड़ में ग्रामीण खेल धीरे-धीरे हाशिये पर जाकर विलुप्त हो रहा था जिसे इस खेल प्रतियोगिता ने फिर से जीवंत कर दिया है और ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के   खिलाड़ी उत्साह से भाग ले रहे हैं। छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के सदस्य  शफी अहमद ने कहा कि छत्तसगढिया ओलंपिक परंपरागत खेल में खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने के मंच दे रहा है। राजीव युवा मितान क्लब के द्वारा इन खेलों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ओलम्पिक खेल ग्रामीण क्षेत्र की छुपी प्रतिभा को बाहर निकालने का काम कर रहा है। इस खेल प्रतियोगिता से खिलाड़ियों में एक परिचय का दायरा बढ़ेगा। छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के उपाध्यक्ष  इरफान सिद्दीकी ने कहा कि खेल में हार और जीत होते है। बिना खेले इन दोनों में से एक भी हासिल नहीं होता। हार से आगे बढ़ने का सबक मिलता है।

    कलेक्टर  कुन्दन कुमार ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद यह पहला अवसर है जब छत्तीसगढ़िया थींम पर ओलंपिक की परिकल्पना की गई और इतने बड़े स्तर पर आयोजन हो रहा है। छत्तसगढिया ओलम्पिक के प्रारंभिक चरण में करीब 8000 खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में भाग लिया और जिला स्तरीय प्रतियोगिता में 1299 खिलाड़ी चयनित हुए है। उन्होंने कहा कि सरगुज़ा संभाग में खेल का बेहतर माहौल है। खेल और पढाई दोनों में समान समय दें। जब तक प्रयास जारी रखते हैं तब तक असफल नहीं होते लेकिन जिस दिन  प्रयास करना छोड़ देते है उसी दिन से असफल हो जाते है। 

    बताया गया कि 24 से 26 नवम्बर तक आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय छत्तसगढ़िया ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता में कबड्डी, खो-खो, पिट्ठुल आदि 14 प्रकार के पारंपरिक खेल होंगे। प्रतियोगिता के पहले दिन रस्साकस्सी, कबड्डी और लंगड़ी दौड प्रतियोगिता में 556 खिलाड़ी भाग लिए जिसमंे 284 महिला व 272 पुरूष खिलाड़ी शामिल है। 

    इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ  विश्वदीप, नगर पालिक निगम के आयुक्त  प्रतिष्ठा ममगई, तेल घानी बोर्ड के सदस्य  लक्ष्मी गुप्ता, पार्षद  दीपक मिश्रा,  प्रमोद चौधरी  संध्या रवानी, अपर कलेक्टर  एएल ध्रुव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  विवेक शुक्ला, एसड़ीएम  प्रदीप साहु, पीजी कॉलेज के प्राचार्य  एसएस अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी, स्थानीय जनपतिनिधि तथा बड़ी संख्या में खिलाडी उपस्थित थे।

No comments