रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को पक्ष- विपक्ष की चर्चा के बाद कृषि मंत्री रामविचार नेताम के विभागों के लिए 63,273 करोड़ 82 लाख...
रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को पक्ष- विपक्ष की चर्चा के बाद कृषि मंत्री रामविचार नेताम के विभागों के लिए 63,273 करोड़ 82 लाख 11 हजार रुपए की अनुदान मांगे ध्वनिमत से पारित कर दी गईं। चर्चा का जवाब देते हुए कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने तखतपुर में उद्यानिकी महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कहा कि आश्रम- छात्रावास परिसर में ही अब अधीक्षक निवास बनाए जाएंगे और छात्रों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आश्रम-छात्रावासों के सुव्यवस्थित संचालन के लिए अधिकारियों की टीम नियमित निरीक्षण करेगी। साथ ही जीर्ण-शीर्ण आश्रम-छात्रावासों का शीघ्र जीर्णाेंद्धार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में वर्टिकल फार्मिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हो रही है। किसानों को उन्नत वर्टिकल फार्मिंग के लिए प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग दिया जाएगा। आगामी बजट में इसके लिए 15 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
नया रायपुर में निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी संग्रहालय देश का सबसे अच्छा आदिवासी संग्रहालय होगा। यह प्रदेश की धरोहर बनने जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार मोदी की गारंटी के अनुरूप गांव, गरीब, किसान, युवा और वंचित वर्गाें के लिए काम कर रही है। हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे। इस जज्बे के साथ अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक सबके लिए सरकार काम कर रही है।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा कि 2025 तक केंद्रांश के रूप में कितनी राशि प्राप्त हुई है। सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि 2024-25 फरवरी 2024 तक 191.59 करोड़ केंद्रांश प्राप्त हुआ है। राज्यांश राशि के रूप में 187.12 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। इस पर महंत ने कहा केंद्रांश और राज्यांश बराबर होना चाहिए। 2250 करोड़ रुपए की राशि आना था, डबल इंजन सरकार ने नहीं दिया। साव ने कहा कि भारत सरकार ने योजना की अवधि 2028 तक बढ़ा दी है। इसका काम वर्तमान में 50-60 फीसदी पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि कुल स्वीकृत योजनाओं की संख्या 29126 है, 41 हजार से अधिक टैंक बनाए गए हैं। 5908 टंकियों में पेयजल आपूर्ति शुरू नहीं हुई है। महंत ने पूछा कि क्या काम होने के बाद भी भुगतान नहीं हुआ है। साव ने बताया कि भुगतान सतत् प्रक्रिया है, राशि की उपलब्धता के आधार पर भुगतान की जाती है। महंत ने कहा कि पैसे नहीं मिलने के कारण ठेकेदार काम नहीं कर रहे हैं। मूणत ने कहा कि पुराने सरकार के कर्म की वजह से ये स्थिति आज है। इस पर महंत ने कहा कि कब तक यह कहकर बचेंगे कि पुराने सरकार का है। आप जांच करवा लीजिए। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भारतमाला परियोजना में गड़बड़ी की जांच ईओडब्ल्यू से जांच कराए जाने पर सवाल उठाया। आसंदी के निर्देश के बाद राजस्व मंत्री ने इस पर अपना वक्तव्य दिया जिसके नाराज होकर विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्काकर कर दिया। दरअसल शून्यकाल में महंत ने कहा कि सदन में इसकी जांच सीबीआई या सदन की कमेटी से कराने की मांग की थी लेकिन मंत्री द्वारा संभागीय आयुक्त से जांच की बात कही थी। और उसी दिन शाम को सरकार ने जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दी है। इस जांच में क्या नए विषयों को शामिल किया जाएगा इस पर मंत्री को अपना वक्तव्य देना चाहिए। स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि यदि सदन चल रहा है और इस अवधि में कोई जांच की घोषणा की जाती है तो सदन के संज्ञान में यह विषय लाया जाए। स्पीकर ने राजस्व मंत्री को सदन में वक्तव्य देने के निर्देश दिए।
No comments